


आज 15 अगस्त को 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए अमेरिका की टैरिफ धमकियों के बीच एक स्पष्ट संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत किसानों, पशुपालकों और मछुआरों के हितों के लिए हमेशा खड़ा रहेगा। उन्होंने कहा, “किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के लिए मोदी हमेशा सुरक्षा की दीवार के रूप में खड़े रहेंगे। भारत अपने किसानों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कृषि भारत की विकास की आधारशिला है और इस क्षेत्र में देश ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। भारत आज दूध, दाल और जूट उत्पादन में दुनिया में नंबर 1 है, जबकि चावल, गेहूं, कपास, फल और सब्जियों में दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा भारत के कृषि निर्यात ने 4 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है, जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा में देश की ताकत को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने किसानों की मेहनत और देश की खाद्य सुरक्षा में उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि औपनिवेशिक दौर में देश गरीब था, लेकिन किसानों की मेहनत ने भारत को आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने बताया कि छोटे किसान, पशुपालक और मछुआरे विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे पीएम किसान सम्मान निधि, वर्षा जल संचयन, सिंचाई परियोजनाएं, गुणवत्तापूर्ण बीज वितरण और समय पर उर्वरक आपूर्ति से लाभान्वित हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने संदेश देते हुए कहा कि भारत किसी भी अहितकारी नीति के आगे झुकने वाला नहीं है। हाल ही में अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया था और भारत को अपनी कृषि और डेयरी बाजार तक पहुंच बनाने के लिए दबाव डालने की कोशिश की। इसके बावजूद भारत ने स्पष्ट तौर पर इस डील को अस्वीकार कर दिया और अपनी नीतियों पर अडिग है। पीएम मोदी ने किसानों को भारत की आत्मनिर्भरता और राष्ट्रीय शक्ति का आधार बताते हुए इस स्वतंत्रता दिवस पर उनकी सुरक्षा और सम्मान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।